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Sunday, July 3, 2011

पैसे की नजर से...

पैसे की नजर से
आदमी हैवान नजर आता है ,
स्कुल दुकान नजर आता है ,
शिक्षक दुकानदार नजर आता है,
छात्र ग्राहक नजर आता है,
सब पैसे की महिमा है,
क्योंकि....पैसा ही भगवान् नजर आता है |

पैसे की नजर से
माता पिता बोझ नजर आता है ,
भाई हिस्सेदार नजर आता है,
पत्नी वेश्या नजर आती है,
प्यार व्यापार नजर आता है,
परिवार बेकार नजर आता है ,
बच्चे का रोना शोर नजर आता है,
इमानदार नौकर चोर नजर आता है ,
सब पैसो की महिमा है ,
क्योंकि पैसा सब ओर नजर आता है॥|
पैसे की नजर से
बेटियां बोझ नजर आती है ,
बेटा खोता सिक्का नजर आता है,
घर स्मशान नजर आता है,
भगवान् पाषण नजर आता है ,
पानी शराब नजर आता है,
दूध ख़राब नजर आता है,
घर का खाना जहर नजर आता है ,
इंसानियत कहर नजर आता है,
सब पैसो की महिमा है ,
पैसो से वीरान शहर नजर आता है॥|

पैसे की नजर से
इमानदार पागल नजर आता है,
उपदेश वकवास नजर आता है,
भक्ति अंधविश्वास नजर आता हैं,
गंगा का पानी नाली नजर आता है,
सदविचार गाली नजर आता हैं।
सब पैसो की महिमा है भाइयो ॥
क्योंकि पैसो से हर तरफ हरियाली नजर आता हैं॥|
पैसे की नजर से
गरीब भिखारी नजर आता है ,
इन्सान शिकारी नजर आता हैं,
जानता मदारी नजर आता है,
कानून लाचारी नजर आता है,
देश भिखमंगा नजर आता है,
सब पैसो की महिमा है भाइयो ,
क्योंकि पैसे से सब ओर चंगा नजर आता है.......???

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