पत्थर की मूरत , देवी की सूरत
बस अहसास ही तो हैं और.............!
कुछ नहीं !!
जीने की कामना,
सत्य का सामना ,
विस्वाश की परख
अहसास ही तो हैं और
कुछ नहीं.............!
इन्सान की ताकत ,
इच्छाऔ का दमन ,
प्यार की फरमाइश ,
अहसास ही तो हैं, और
कुछ नहीं...................!
माँ बाप की इज्ज़त ,
परिवार की कल्पना,
सिक्को को अहमियत ,
अहसास ही तो हैं , और
कुछ नहीं ......................!
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