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Thursday, February 25, 2010

अहसास


पत्थर की मूरत , देवी की सूरत

बस अहसास ही तो हैं और.............!

कुछ नहीं !!

जीने की कामना,

सत्य का सामना ,

विस्वाश की परख

अहसास ही तो हैं और

कुछ नहीं.............!

इन्सान की ताकत ,

इच्छाका दमन ,

प्यार की फरमाइश ,

अहसास ही तो हैं, और

कुछ नहीं...................!

माँ बाप की इज्ज़त ,

परिवार की कल्पना,

सिक्को को अहमियत ,

अहसास ही तो हैं , और

कुछ नहीं ......................!





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