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Thursday, June 3, 2010

पागल !


वो, आया
एक पत्थर का टुकड़ा उठाया ,
उसे चूमा !
माथे से लगाकर
आँखों के सामने लाकर निहारा ,
आँखों से कुछ आंसू निकले,
अगले ही पल ,
वह मुस्कुराया ,
चेहरे पे गुस्से का भाव आया
पत्थर फेककर चला गया !
उस मंदिर के पास ,
जहाँ उसने उसी आकार के ,
शिला के सामने ,
लोगों को माथा टेकते देखा |
और बोला क्या बात है , " अहा"
पता है,
लोगो ने उसे पागल कहा !

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